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Nav Varsh Mangal Kamna Kavita – ‘ नए वर्ष में ‘ शीर्षक से सम्बन्धित इन दोहों में मानव कल्याण की भावना अभिव्यक्त करते हुए विश्व – मंगल की कामना की गई है।विश्व में अब युद्धों का भय समाप्त होकर शांति की स्थापना होनी चाहिए। सभी देशों को एक दूसरे की भौगोलिक सीमाओं का सम्मान करते हुए शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के साथ रहना चाहिए। शासकों को तानाशाही का रवैया छोड़कर जनता की खुशहाली के लिए काम करना चाहिए। सभी व्यक्तियों को जीवन – यापन के अवसर प्राप्त होने चाहिए जिससे कि वे गरिमा से जी सकें। अब अपराधों और अत्याचारों का अन्त होकर सबको निर्भय होकर जीने का अधिकार प्राप्त होना चाहिए।
Nav Varsh Mangal Kamna Kavita
नव वर्ष मंगल कामना कविता
नए वर्ष में खत्म हों, सब जैविक हथियार।
सभी देश फिर से करें, मानवता को प्यार।।
सभी यातना के शिविर, अब हो जाएँ बन्द।
खण्डित प्रतिमा बुद्ध की, फिर मुस्काए मन्द।।
हर भौगोलिक देश का, बना रहे सम्मान।
बड़े देश समझें नहीं, आक्रमणों को शान।।
परम- आणविक शस्त्र की, शीघ्र खत्म हो होड़।
देश रहें सब शांति से, घृणा द्वेष को छोड़।।
तानाशाही खत्म हो, जनता रहे स्वतंत्र।
सबके सुख की कामना, हो शासन का मंत्र।।
हों जीवन – निर्वाह के, सबको साधन प्राप्त।
हो निर्धनता विश्व से, पूरी तरह समाप्त।।
नए वर्ष में हों नहीं, कोई भी अपराध।
जीवन सबका ही चले, रात दिवस निर्बाध।।
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