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गुरु पर कविता | जीवन में गुरु का महत्व कविता | Poem On Guru In Hindi

by Sandeep Kumar Singh
2 minutes read

Poem On Guru In Hindi गुरु पर कविता – गुरु की महिमा का जितना बखान किया जाए कम है। गुरु एक समाज की नीवं होता है जिसके ऊपर सरे समाज की संरचना टिकी होती है। ऐसा भी कहा जाता है की गुरु भविष्य निर्माता होता है। कबीर जी ने भी गुरु की महिमा खूब गई है। इन्हीं सब से प्रभावित होकर हमने भी गुरु को समर्पित ‘ गुरु पर कविता लिखी है। तो आइये पढ़ते हैं ( Guru Par Kavita )  गुरु पर कविता :-

Poem On Guru In Hindi
गुरु पर कविता

गुरु पर कविता

जीवन के घोर अंधेरों में
प्रकाश जो बन कर आता है
हर लेता है वो दुःख सारे
खुशियों की फसल उगाता है,
न कोई लालच करता है
सच्चाई का सबक सिखाता है
सागर से ज्ञान के भरा हुआ
बस वही गुरु कहलाता है।

परेशानियाँ पस्त करें जब
हारते हम हिम्मत  जाएँ
परिस्थितियां हो धूमिल सी
हालात हमें जब भटकायें,
नई एक राह दिखा कर हमको
सभी संशय जो मिटाता है
सागर से ज्ञान के भरा हुआ
बस वही गुरु कहलाता है।

अज्ञानी को ज्ञान वो दे
अलग नई पहचान वो दे
जब लगने लगे हम थक से गए
नई उर्जा और नई जान वो दे,
अपने साथ वो रहता है जब
बुरा वक्त पलटता जाता है
सागर से ज्ञान के भरा हुआ
बस वही गुरु कहलाता है।

शिष्य का नाम बढ़े जग में
उसका यही अरमान रहे
सबके हृदय में उसके प्रति
बस इसीलिए सम्मान रहे,
छोड़े न कभी मझधार में वो
मरते दम तक साथ निभाता है
सागर से ज्ञान के भरा हुआ
बस वही गुरु कहलाता है।

नहीं अहंकार में कभी रहे
हर बात सदा ही सत्य कहे
उसके पावन उपदेशों में
अनुभव की सदा तरंग बहे,
कोई आम शख्सियत नहीं है वो
हर देश का भाग्य विधाता है
सागर से ज्ञान के भरा हुआ
बस वही गुरु कहलाता है।

इस कविता का विडियो यहाँ देखें :-

‘ गुरु पर कविता ‘ ( Poem On Guru In Hindi ) के बारे में अपने विचार हम तक अवश्य पहुंचाएं।

पढ़िए गुरु से संबंधित ये ये रचनाएं :-

धन्यवाद।

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5 comments

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NR Hindi Secret Diary जून 23, 2021 - 10:14 अपराह्न

Aap bahut acha likhte hai,
guru pe aapke dwara likhi gye kavita bahut achi hai

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Monica jain अक्टूबर 16, 2020 - 11:46 अपराह्न

Sir m. Guruver vidhya sager ji par ek anmol.kavita bolna chati hu. Lekin m utna accha nhi likh pati hu jitna ki aap. Sir kya aap mere liye guruver vidhya sager ji par ek kavita likhenge. Sir please mere whatsup no par send kar dijiye. Thanku so much.

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जनवरी 31, 2021 - 9:25 अपराह्न

मोनिका जी… हम यह कविताएं किसी भी रूप में किसी को नहीं भेज सकते। आप इनका स्क्रीनशॉट लेकर काम चला सकती हैं। धन्यवाद।

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priyam singh दिसम्बर 3, 2018 - 10:28 पूर्वाह्न

Mujhe aapki ye guru k upar likhi kavita bohot acchi lagi, meri beti jo abhi 8 saal ki hai mai use aap ki likhi kavitaye use yaad krwati hu aour wo school me perform krti hai , i wish meri bitiya bhi ek din aise hi shabd rachna kare

Reply
Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh दिसम्बर 5, 2018 - 8:05 अपराह्न

धन्यवाद प्रियम सिंह जी। ये तो मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है कि आप मेरी कविताएँ अपनी बेटी को सिखाती हैं। आपके इस कथन ने मेरी लेखनी सफल कर दी। एक बार फिर से आपके तहे दिल से शुक्रिया।

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