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स्वच्छ भारत अभियान पर कविता :- भारत को स्वच्छ बनाना है

by Sandeep Kumar Singh
2 minutes read

स्वच्छ भारत अभियान के बारे में कौन नहीं जानता। 2 अक्टूबर 2014 को यह अभियान महात्मा गाँधी के जन्म दिवस पर आरंभ किया गया था। इसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ और सुन्दर बनाना है। इस अभियान के तहत सब लोगों तक यह्ज सन्देश पहुँचाया जाता है कि अपने आस-पास सफाई रखें और इस तरह देश को सुन्दर और गंदगी मुक्त बनाने में सहयोग दें। इसी दिशा में खुले में सौच मुक्त भारत बनाने का सपना भी है। इन्हीं उद्देश्यों को प्रोत्साहित करने के लिए हम आपके लिए लाये हैं :- स्वच्छ भारत अभियान पर कविता ।

स्वच्छ भारत अभियान पर कविता

स्वच्छ भारत अभियान पर कविता

उठा लो झाड़ू, उठा लो पोंचा
पहुँचो जहाँ कोई भी न पहुंचा
कोई जगह न रहने पाए
हर जगह को हम चमकाएं,
सपना यही है बस अपना
स्वच्छता को अपनाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है।

सफाई का जो रखें ध्यान
बिमारियों से बचती जान
ख्वाब से न कोई आगे बढ़ता
बस कर्मों से बनता महान,
इधर उधर न फैंक के कूड़ा
कूड़ेदान में हमें पहुँचाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है।

न फैंके नदियों में कूड़ा
न प्लास्टिक का उपयोग करें
कुदरत को नुक्सान न हो
ऐसी चीजों का उपभोग करें,
वातावरण को भी तो हमको
प्रदुषण मुक्त बनाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है।

आस-पास जो स्वच्छता होगी
मन भी तब ही पावन होगा
खुशियों की बारिश से हरदम
भरा हुआ हर आँगन होगा,
यही सन्देश तो जन-जन तक
अब हमको पहुँचाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है।

जिम्मेदार है हमको बनना
और औरों को बनाना है
देश के गर्व को अब हमको
हर कोशिश से आगे बढ़ाना है,
सबसे सुन्दर देश है मेरा
पूरे विश्व को ये दिखाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है।

पढ़िए :- हिंदी हैं हम वतन ये हमारा हिंदुस्तान है कविता

इस स्वच्छ भारत अभियान पर कविता के बारे में अपने विचार हमारे साथ जरूर साझा करें।

पढ़िए भारत को स्वच्छ बनाने के लिए प्रेरित करती ये रचनाएं :-

धन्यवाद।

आपके लिए खास:

21 comments

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Kanika जनवरी 28, 2021 - 11:03 अपराह्न

Good poem
Love it

Reply
Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जनवरी 31, 2021 - 9:00 अपराह्न

Thank yo Kanika ji….

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Shambhavi Rani जुलाई 30, 2020 - 8:46 पूर्वाह्न

Thanks for this beautiful poetry.. ✍️ I appreciate ur talent.. Keep it up.. ????

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Khushi pal सितम्बर 30, 2019 - 12:52 अपराह्न

Thanks for the poem I got first price in this poem

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Rishabh Sharma सितम्बर 11, 2019 - 11:52 अपराह्न

Best poem

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Shivangi sharma सितम्बर 28, 2018 - 3:10 अपराह्न

Good poem

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh सितम्बर 28, 2018 - 10:25 अपराह्न

Thanks Shivangi Sharma ji…..

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kevin सितम्बर 13, 2018 - 10:54 अपराह्न

apne bhut shundar likha hai

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh सितम्बर 16, 2018 - 11:31 पूर्वाह्न

धन्यवाद केविन जी।

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Donna Shree सितम्बर 9, 2018 - 8:21 पूर्वाह्न

Swachta ke upar di gyi Kavita mujhe bahut achi Lagi aur prerirt Karti hai .

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh सितम्बर 10, 2018 - 12:50 अपराह्न

धन्यवाद Donna Shree….

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ashishrai फ़रवरी 27, 2018 - 1:40 पूर्वाह्न

स्वच्छ भारत अभियान के बारे में कौन नहीं जानता। 2 अक्टूबर 2004 को यह अभियान महात्मा गाँधी के जन्म दिवस पर आरंभ किया गया था। इसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ और सुन्दर बनाना है। isme aapko btana chahta hoo ki ye abhiyan 2004 ko nhi balki 2oct.2014 ko prarnbh kiya gaya shayad bhool vas 2004 likha gaya h ise apdet jarur kijiyega.

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh फ़रवरी 27, 2018 - 9:05 अपराह्न

धन्यवाद ashishrai जी, हमने अपनी गलती में सुधार कर लिया है।

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vibha rani Shrivastava फ़रवरी 20, 2018 - 7:40 अपराह्न

आपकी लिखी रचना पांच लिंकों का आनन्द में शनिवार 24 फरवरी 2018 को लिंक की जाएगी ….
https://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ….धन्यवाद!

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh फ़रवरी 24, 2018 - 1:52 अपराह्न

धन्यवाद विभा जी।

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Khushbu Khatri अक्टूबर 6, 2017 - 4:32 अपराह्न

संदीप कुमार जी, पहले तो आपको ढेर सारी शुभकामनाएं कि भगवान ने आपको अदभुत लेखन कला का उपहार दिया हैं, और यही आशा हे की आप इसी तरह सुंदर एवम पसंशनीय कविताएँ लिखते रहें

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh अक्टूबर 6, 2017 - 5:41 अपराह्न

धन्यवाद खुशबू खत्री जी। बस आप जैसे पाठकों का साथ बना रहे तो कलम अपने आप चलने लगती है। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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surendra Singh सितम्बर 26, 2017 - 9:49 अपराह्न

Aapke dwara likhi gayi bate or jo bhi mene padha bahut hi achi h

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh सितम्बर 27, 2017 - 11:26 पूर्वाह्न

सराहना के लिए धन्यवाद Surendra Singh जी।

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गौतम रावत सितम्बर 26, 2017 - 9:30 पूर्वाह्न

सून्दर अभिव्यक्ति

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh सितम्बर 26, 2017 - 10:25 पूर्वाह्न

धन्यवाद गौतम रावत जी।

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