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बारिश में भीगने से बचने के उपाय हमारे एक पाठक ने हमसे पूछा है, आइए जानते है क्या है उसकी कहानी।
सुखालाल एक घुमक्कड़ किस्म के इन्सान है। सुबह नाश्ता करने के बाद वो घर से निकलते हैं। उसके बाद वो सीधे लंच पर उसके बाद डिनर पर ही घर आते हैं। लेकिन कुछ दिनों से उनका कहीं भी जाना मुश्किल हो चला है। पहले दिन जब वो घर से निकले थे तो रास्ते में अचानक बारिश होने से भीग गये थे। जब वापस घर आये तो बीवी से डांट पड़ी थी।
अगले दिन छतरी लेके चले थे। लेकिन बारिश के साथ हवा और तूफान छतरी उड़ा ले गया। भीगे अलग, छतरी का नुकसान अलग। बीवी चढ़ गयी उस दिन। उसके अगले दिन वो रेनकोट पहने निकले। बारिश तेज थी। जिस दिशा में वो जा रहे थे, उसके सामने से ही बारिश हो रही थी। इसलिए उसके गर्दन, चेहरे हाथ आदि जगहों से पानी अन्दर चला गया और आधे कपड़े भीग ही गये। बारिश के कारन घर में पकोड़े खाने का मज़ा तो उसे मिल जाता है। लेकिन बीवी की डांट भी उसे खानी पड़ती है।
आज हम सुखालाल को ऐसे “नायाब” और “प्रभावशाली” तरीके बताने वाले है जिससे वो बारिश में भीगने से बच जायेंगे। ये तरीके सुखालाल के साथ-साथ आपके भी काम आ सकती है।
(टिप:- 14 साल से कम उम्र के बच्चो को इन तरीको के पहुँच से दूर रखे या ना रखे ये आपकी मर्जी है। कृपया कमजोर “सेंस ऑफ़ ह्यूमर” वाले लोग इस पोस्ट को ना पढ़े और अपनी छतरी ओढ़ कर आगे बढ़े।)
बारिश में भीगने से बचने के उपाय:
तो आप तैयार है ये तरीके पढने के लिए? चलिए:
१. घर से ना निकलिए:- ये सबसे आसान और सबसे सुरक्षित तरीका है। आपने वो कहावत तो सुना होगा, “ना रहेगा बांस, ना बजेगी बांसुरी” बस अगर आपको बारिश में भीगने से बचना है तो घर से ही न निकले। यकीं मानिये आप एक बूँद भी नही भीगेंगे। हां कभी-कभी इससे काम के नुकसान होने का डर रहता है। लेकिन आप घर में पकोड़े खाके नुकसान का गम भुला सकते है।
२. जब बारिश ना हो रही हो तभी कहीं जाइये:- ये भी एक अच्छा तरीका है। वैसे इसमें थोड़ी बहुत रिस्क बनी रहती है। परन्तु आपको जहाँ जाना है वहाँ आप पहुँच भी जायेंगे और बारिश में भीगने से भी बच जायेंगे। इसके लिए आपको पहले पता लगाना होगा की बारिश हो रही है या नही। आप या तो टीवी रेडियो में मौसम खबर देख के पता लगा सकते है की कब कब बारिश नही होगी। या फिर खुद अपने छत पे जाके आसमान की ओर देख के पता लगा सकते है की अभी बारिश हो रही है की नही। इसके बाद आप घर से बाहर जा सकते है।
३. देशी तरीको का इस्तेमाल कीजिये:- शक्कर की बोरी या ऐसे ही कोई बोरी (जिसे चुमड़ी भी कहते है कही कही), या इसी साइज़ के कोई पॉलिथीन आप पहन सकते है और सर में भी एक पॉलिथीन लगा सकते है। इसी तरीके को सुखालाल ने अपनाया है। नीच आप उनका चित्र भी देख सकते है।
४. अपने कल्पना शक्ति का इस्तेमाल कीजिये:- वैसे ये एक अगल तरीके का मेथड है। इस मेथड में आप भीग तो जाते है फिर भी आप अपनी कल्पना में ऐसा एस्युम कर सकते है की आप भीगे नही है। इससे स्कूल और कॉलेज वालो को ये फायदा हो सकता है उन्हें भीगे होने के कारन फ्री में छुट्टी मिल जाती है।
५.थोड़े पैसे खर्च कीजिये:- यदि आप थोड़े पैसे वाले है तो एक कार आप खरीद सकते है। और फिर पान ठेला जाना हो या किराने की दुकान जाना हो या फिर गली घूमना हो। भरे बारिश में आप बिना भीगे घुमने का मज़ा ले सकते है।
६. तेलोंथेरेपी:- ये एक बहुत ही आधुनिक और जटिल तरीका है। आप अपने सारे कपडे निकाल के किसी पालीथिन में भर लीजिये और अपने पुरे शरीर में एक ऐसा तेल मल लीजिये जिसपे पानी ठहरता ना हो। उसके बाद आप जहा जाना है निकल पड़िए बारिश की बुँदे आप पर पड़ेगी तो वो तेल के कारन फिसल के बह जायेगा। जब आप पहुँच जायेंगे तब भीगे नही रहेंगे और आपके कपडे भी सुरक्षित रहेंगे।
इनमे से कुछ तरीके सफलता पूर्वक प्रयोग में लाया जा चूका है। और कुछ का प्रयोग सफल होना अभी बाकी है। और भी दुसरे तरीको का अभी टेस्ट करने के लिए हम बारिश होने का इन्तेजार कर रहे है। तबतक सुखालाल के साथ आप भी इन्ही तरीको से काम चलाइए। अगर आपके पास भी कोई नायाब तरीका हो तो आप हमें चिट्टी भेज के बता सकते है। धन्यवाद।
हमारे इन तरीको को पढ़ने के बाद सुखालाल:-
टिप: बारिश में किसी भी टरटराते मेढक से इस लेख का कोई सम्बन्ध नही है। और इसे लिखते वक़्त किसी के छतरी को नही चुराया गया है। अगर ये लेख पढ़के किसी को सर्दी-जुकाम हो जाता है। तो इसे फेसबुक और ट्विटर में शेयर करके दुसरो को भी सर्दी-जुकाम कराके छींकने का मौका दे। धन्यवाद।
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1 comment
Very nice information Sir thanks for sharing