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पिता की याद में शायरी | Papa Ki Yaad Shayari | स्वर्गीय पिताजी के लिए स्टेटस

by Sandeep Kumar Singh
4 minutes read

Papa Ki Yaad Shayari – पूरे परिवार के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाला एक ही इंसान होता है और वो है ‘ पिता ‘। जब तक पिता हमारे साथ रहते हैं तब तक वो सारी जिम्मेवारी निभाते हैं। लेकिन हमने इस बात का अहसास नहीं होता। इस बात का अहसास हमें पिता के जाने के बाद होता है। उसके बाद कुछ बाकी रह जाता है तो बस उनके साथ बिताई यादें और उन्हें न समझ पाने का पछतावा। उन्हीं यादों और पछतावों को शब्दों का रूप देकर मैंने ये शायरी संग्रह ‘ पिता की याद में शायरी ‘ लिखने का प्रयास किया है। आशा करता हूँ ये शायरियाँ आप सब के दिल को अवश्य छू जाएँगी। तो आइये पढ़ते हैं  ‘ दिवंगत  पिता की याद में शायरी ‘  :-

Papa Ki Yaad Shayari
पिता की याद में शायरी

 विडियो देखे या पिता की याद शायरी नीचे पढ़े:-

 1.
यूँ तो दुनिया के सारे गम
मैं हंस के ढो लेता हूँ,
पर जब भी आपकी याद आती है
मैं अक्सर रो देता हूँ।


2.
मार-मार के पत्थर को
एक जौहरी हीरा बनाता है,
आपकी डांट का मतलब हमको
आज समझ में आता है।


3.
हाँ मैं खुश था उस बचपन में
जब आपके कंधे पर बैठा था,
मगर बहुत रोया था जब
मेरे कंधे पर आप थे।


4.
हर पल अहसास होता है
आप यहाँ ही हों जैसे,
काश ये हो जाये मुमकिन
मगर ये मुमकिन हो कैसे?


5.
गिर-गिर कर आगे बढ़ता था जब मैं बचपन में
ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया
और पढ़ा लिखा कर बड़ा किया,
याद है मुझे आपने अपनी कई ख्वाहिशें भुला कर
मेरी हर जरूरत को पूरा कर
मुझे मेरे पैरों पर खड़ा किया।


पढ़िए पिता पर कविता :- बंजर है सपनों की धरती


6.
कब का बर्बाद हो गया होता मैं
इस मतलबी दुनिया में,
सफल होने में काम आये
सबक जो पिता ने पढ़ाये थे।


7.
जब भी कमी खलती है आपकी
आपकी यादों से मुलाकातें कर लेता हूँ,
अब आपसे मिलना मुमकिन कहाँ
इसलिए आपकी तस्वीर से बातें कर लेता हूँ।


8.
सुधार लूँ मैं गुस्ताखियाँ जिन्दगी की
अब गलती करने पर मुझे कहाँ कोई डांटता है,
अकेले ही जूझता हूँ अब मैं जिन्दगी से
आपकी तरह मेरे दर्द कहाँ कोई बांटता है।


9.
एक पिता की अहमियत क्या है
इसका जवाब वक़्त मेरे सामने लाया है,
किन हालातों से गुजरे होंगे
मुझे पालने के लिए आप
ये मुझे खुद
पिता बन कर समझ आया है।


10.
कभी डर लगता था आपकी डांट से
आज आपकी ख़ामोशी मुझे सताती है,
मुझे मालूम है कि अब आप नहीं आने वाले
फिर भी आपकी यादें अक्सर मुझे रुलाती हैं।


11.
जिन्दगी के अंधेरों में वो जलती मशाल थे,
मुसीबतों से बचाने को वो परिवार की ढाल थे,
कहाँ जी पाये थे वो अपनी जिन्दगी अपने हिसाब से
पिता हमारे कोई आम शख्स नहीं त्याग की एक मिसाल थे।


12.
वक़्त बीत गया लेकिन रह गयी हैं वक़्त की परछाईं
आपके जाने के बाद कुछ बची है तो बस तन्हाई
निकल पड़ते हैं आँख से आँसू और दिल बैठ जाता है
जब भी याद आती है बातें जो आपने थी बताई।


13.
किसी चीज की कमी न थी
आप थे तो दुनिया कितनी प्यारी थी
आज परिवार की जरूरतों में जिन्दगी कट रही है
तो अहसास होता है
आपके कन्धों पर जिम्मेवारी कितनी भारी थी।


14.
बिन पिता के तो ये सारा जहान वीरान लगता है
ये जग भी चलते फिरते लोगों का श्मशान लगता है,
जब तक रहता है संग किसी चीज की जरूरत नहीं होती
दूर हो जाता है तो बेगाना ये सारा जहान लगता है।


15.
कैसे चुकाऊंगा कर्ज उस पिता का इस जन्म में
जिनके बूढ़े हाथों ने मेरी तकदीर बनायी थी,
अपने जीवन के सारे रंग छोड़
मेरे भविष्य की सुनहरी तस्वीर बनायीं थी।

पिता की याद में शायरी | पापा की याद स्टेटस

16.
ये वादा है कि जब तक जी रहा हूँ
आपके दिये संस्कारों पर चलना मेरा काम रहेगा,
हाँ मानता हूँ जिन्दगी में आपका साथ नहीं
मगर मरते दम तक मेरे नाम के साथ आपका नाम रहेगा।

पढ़िए पिता से संबंधित ये खूबसूरत रचनाएं :-

आपको यह शायरी संग्रह ‘ स्वर्गीय पिता की याद में शायरी ‘ ( Papa Ki Yaad Shayari ) कैसा लगा? इस बारे में कमेंट बॉक्स में निःसंकोच लिखें।

धन्यवाद।

आपके लिए खास:

63 comments

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Pooja goyal जून 18, 2023 - 12:49 अपराह्न

Mere Babogi. 🙏🏼jinke liye kuchhh kah Pana …meri itni yogta nahi ?jindgi ke har mod par kuchhh na kuchhh kiya apne jivan kal me unko lgta tha samy bahut kam h …chale aur bs chale ….bahut log aaye unko rokne ke liye …..fir chalate hi rahe …..sabko apni emandari se jita …ye wo samy tha jab ubhone education liya jaha Ac.ke logo ko utni shiksha ka adhikar nahi tha bhale hi aajadi mil gyi thi …..par school aur college bhi to kam the ?the bhi to bade ghar ke loge ke liye the ….mere bade papa ne bde ghar ki noikarwahi ki …..unka sacha dil tha…jo padhna chaha use apni majduri se padhaya usi me mere babogi bhi the ..bade papa ke bete ne to padhai ko bahut pichhhe chhod diya …..babogi thik ulte the wo padhai ke hi pichhhe pad gye …..story bahut badi h kyuki character alg alg log h …baat bs babogi ki kahungi…..padhai pura viswash se kiya ….jindgi bhi viswash aur emandari se jiya ……11 beti beto ka laln paln aur unko bhi shiksha ki tarf hi laya ….bahut jamin li use apne tak nahi rakha ….sabko baraber diya…..jo jitna hakdar tha …family alg alg thi par babogi ne jamin yek saman rakha baraber ke hisso me …tyaag bhi diye .apna parivar chhod kar sabko saman dekha…gav ka bhi bahut bhala kiya jamidaro se ..unka tyag unke beto ko mila aaj sabhi afser h …betiya achhhe ghar ki hai …bs dukh h mujhe bich rah me chhod diye ….😭par unki shikh hameshaa mere sath h kyuki jayedaa me hi rahi ho unke sath ….esliye sayed mera sath bich me chhod diye …..apni krishi se …apne hunar se sabko shicha…aaj jiv jantu bhi aur ped paudho ne bhi us din bahut roya jab babogi chale gye hameshaa ke liye ……itnaa unka man saf tha rah chalte ko shikh to nahi diye par sath rah kar ye jaroor shikhaya tumko kya sahi lg raha ….tum wahi karo…kabhi kisi ke man ki baat par alochana nahi kiya …puri emandari se sunate the ….aakhiri tak …fir usi se puchhate the ….aakir tune jo kaha use samjho…..fir antim me apna sujhav dete the …..atl hoke nahi ….samne wale ki sun ke …..kuchhh kahna achha lga to karo …..nahi tum apni suno ….fir samne wale ko….khash baat thi babogi me apni baat ka kabhi bojh kabhi kisi par nahi dala sabko man se rahne ko kaha …galt jaha hua waha hameshaa khade the sabke sath """"""1940——se abtak """""16/05/2023""""🙏babogi ka aashirwad hamesha ham sabke sath h …🙏🏼🙏🏼

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Dushyant gaur दिसम्बर 31, 2022 - 10:09 अपराह्न

Pyare papa apka hona duniya ki sab khushi milh jana or apka naa hona duniya ke sabhi dhukho se ghujarna papa hero the mere liye apke jesa koi nhi hoo skta papa, papa apki bahut yaad aati hai kaha chale gye aap hum sabhi ko chodh kr, papa mummy bahut roti hai apko yaad kr kr ke apke bina jii toh rhe hai papa lekin yeh jina kesi mout se kami nhi lagh rhi hai papa apki jagha ish duniya main koi nhi le skta papa, papa yr kaha chale gye aap yr bahut yaad aati hai apki mujhe apke bina pura parivar adhura hai apke bina zindhaghi adhuri hai 😥😥😥 i miss u papa 😥😥😥 duniya ke 100 gum de diyo bhaghwan lekin kesi se kesi ka baap mt chiniyon umar se phale kyunki dhan dolat sona chandi sab aajta hai lekin khoya hua baap lot kr nhi aata hai i really miss u papa bahut yaad aati hai apki yr sach main lekin apka pyaar or ashirwad mujh pr humesha bna rhega i love u a lot my father miss u 😥😥😥😥पिता , पिता इस व्यक्ति पर जितना कहा जाये सभी कम हैं
एक तरीके से माना जाये तो पिता घर की छत के समान होते हैं व बाकी बचे अन्य सदस्य चार दीवार जैसे होते हैं , यदि पिता पर कोई आंच आयी तो अन्य सदस्य भी कमजोर हो जाते हैं
पिता के बिना जिंदगी ही बड़ी मुश्किल हो जाती हैं।

मां सोचती हैं आज मेरे बच्चे करता खायेंगे , मगर पिता सोचते हैं मेरे बच्चे जिंदगीभर क्या खायेगें 💝

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Suraj Kumar Pahadi दिसम्बर 22, 2022 - 10:48 अपराह्न

भाई बहुत ही सुंदर। आपने क्या शब्द सजाएं हैं पढ़ने के बाद में खुद को संभाल नहीं पाया।
भगवान करे आपकी सारी उम्मीदें पूरी हो,
आपका परिवार हंसता खेलता रहे।

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Ravikant सितम्बर 23, 2022 - 8:04 पूर्वाह्न

A jo aapne pita ke pe likha.. Sachh kah raha hu padhte padhte ankho me pani agye i miss my fether❤️💔

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Vickey Prasad अगस्त 3, 2022 - 6:34 पूर्वाह्न

Miss you papa 3/8/2016

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Salman जून 28, 2022 - 1:21 अपराह्न

Aaj papa ko gye 1 month ho gye , papa itne jaldi Q chle gye hme chhodkar, bhut yad aati h aapki😭😭

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SHRAY MITTAL अप्रैल 22, 2022 - 11:19 अपराह्न

Papa pariwar mai aur bhi bahut hai par ye koi nahi puchta ki tujhe kya dukh hai ji karta hai papa ki ab bus mai apke paas aa jau ab jine ki iccha nahi hai

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Harshita Dhruw मार्च 29, 2022 - 10:23 अपराह्न

पिता , पिता इस व्यक्ति पर जितना कहा जाये सभी कम हैं
एक तरीके से माना जाये तो पिता घर की छत के समान होते हैं व बाकी बचे अन्य सदस्य चार दीवार जैसे होते हैं , यदि पिता पर कोई आंच आयी तो अन्य सदस्य भी कमजोर हो जाते हैं
पिता के बिना जिंदगी ही बड़ी मुश्किल हो जाती हैं।

मां सोचती हैं आज मेरे बच्चे करता खायेंगे , मगर पिता सोचते हैं मेरे बच्चे जिंदगीभर क्या खायेगें 💝

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Rishi फ़रवरी 17, 2022 - 7:36 अपराह्न

पापा जी आपको जीते जी कभी नही कह पाया I love you very much
कभी आपके गले नही लग पाया ।
आप एक बार वापस आ जाओ कुछ तो बोलकर या समझा कर जाते के कैसे जीना है अब।

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Kamal जून 8, 2022 - 11:20 अपराह्न

😭😭😭

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Dr amarnath gupta सितम्बर 27, 2021 - 6:31 अपराह्न

Maa ,papa guru hai maa ,papa bhagwan hai

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Renu अगस्त 3, 2021 - 8:14 अपराह्न

Papa I miss you mhuje apki sari baate yadh ati h kabhi socha nahi tha m app Achanak mhuje chor ke chale jayege bas papa mera sath mat chorna app dur rahekar bhi mere sath rahena nahi toh m bhut akela feel karti hu god se meri request h ki apko Jha bhi nahi rakhe khush rakhe apko sawarg mile and I Miss you so much papa ????????????????rip

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Ranjeet Kumar duvet जुलाई 4, 2021 - 2:48 अपराह्न

पिता की याद रुला देती है (आप बहुत अच्छे लिखते है)

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Vinod Nathany अप्रैल 23, 2021 - 4:20 अपराह्न

आज मेरे पिताजी की 25वीं पुण्य तिथि है।
संदीप जी, आपकी इस हृदयस्पर्शि रचना को पढकर आँखें अश्रुपुर्ण हो गई….पिताजी के स्पर्श एवं स्मृति का जीवंत एहसास हो गया।।
आज पिताजी को आपके मंच से भावपुर्ण श्रध्दाजंली एवं कोटि-कोटि पृणाम।।
(विनोद नाथानी)

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Sunil Solanki अप्रैल 7, 2021 - 10:51 पूर्वाह्न

Bhut he achi kavita h sir

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh अप्रैल 22, 2021 - 11:28 अपराह्न

धन्यवाद सुनील जी…

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Shubham Jain मार्च 29, 2021 - 8:31 पूर्वाह्न

Miss you so much papa ji

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shreyaa फ़रवरी 16, 2021 - 7:24 अपराह्न

I luvv uhh papa nd miss uhhh plzzzz ek baar aa jaaiye plzzz ek baar ????????????????????????????

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Ramesh Kumar Gupta दिसम्बर 22, 2021 - 7:57 पूर्वाह्न

Wo nahi to, unka naam aapke saath humesha rahega, aage badte rahiye sab thik ho jayega

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Honey Gupta फ़रवरी 5, 2021 - 8:40 पूर्वाह्न

Love you PaPa Miss u muje ye sayri bahut acchi lgi sach m bahut yaad aye papa inko padke

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Harnam singh parihar दिसम्बर 28, 2020 - 10:40 अपराह्न

पापा आपकी बहुत याद आती है रात में आँख से पानी निकलता है पापा ऐसा क्या होगया जो आप हम सब को छोड़ कर चले गए पापा दुनिया की हर सोख आपने मेरे किये आप धूप में चलते रहे मुझे धूप में नही रहने दिया पापा में भगवान से एक ही चीज़ मांग रहा हूं हर जन्म में आप ही मेरे पापा हो
Love you papa
Miss you so much papa❤️????????????

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Amit singh दिसम्बर 18, 2020 - 6:09 पूर्वाह्न

I miss you papa ji
Kaha hai aap
Ek bar aa jao
Please
????????

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Saba shaikh नवम्बर 1, 2020 - 5:59 अपराह्न

Miss you daddy ????????????????????

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Shyam Nath अक्टूबर 14, 2020 - 11:43 पूर्वाह्न

Bahut achchi kavita papa ki yaad aa gayi

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Aashu bisen सितम्बर 30, 2020 - 1:52 अपराह्न

Khusiyose bhara har pal hota h…
Jindagime sunhara har kal hota h…
Milati h ..kamyabi unko..
Jinke SAR par papa ka Hath hota h.. miss you so much papa …

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जनवरी 31, 2021 - 9:26 अपराह्न

So true Aashu Bisen ji…

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Mamta अगस्त 20, 2021 - 12:26 अपराह्न

Really I also miss my parents maa papa badi di ❤️ u so much pls come back in my life

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Lakhan सितम्बर 25, 2023 - 8:26 अपराह्न

Love papa 🖤🖤🖤🖤🥺🖤 kitna likhu thumri yaad m mari umar hi kya thi papa 🖤🖤🖤

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Ganpat Gurjar अप्रैल 21, 2020 - 10:54 अपराह्न

Miss you papa ji

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Jayant Kushwah फ़रवरी 3, 2020 - 1:08 अपराह्न

sandeepji bahut hi marmsparshi shayri hai.. mere pita ko 29 Jan 2020 ko maine kho diya.
Aur ye padkar laga jaise mere aaspass hi ho.. rula diya bhai .. I Love & Miss you PAPA..!

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रहमान दिसम्बर 20, 2019 - 8:08 अपराह्न

मेरे मम्मी पापा ने मेरे बचपन में साथ छोड़ दिया था मेरे चाचा ने कभी मम्मी पापा याद महसूस नहीं होने दी इस पर ऐक शायरी बनाओ

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Parag jaiswal दिसम्बर 20, 2019 - 6:19 अपराह्न

मा, संदीप जी कुछ शब्द ऊन पर भी लाखो जो पिता न होने का एहसास भी नही होने देते,। मैं इस लिये कह रहा हु क्युके मेरे पिताजी 2008 मे गुजर गये थे, तब से लेकर आज तक मेरे 3 चाचाजी ओर बाकी परिवार के सदस्य ने हमे पिता न होने का एहसास भी नही होणे दिया, हाल हि में मेरे दीदी कि शादी हुई , काश मेरे पिता जी भी होते तो इतनी अछि शादी नही होती ती जितनी मेरे चाचा जी ओर परिवार के सदस्य ने कि….

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Aarti दिसम्बर 18, 2019 - 11:47 पूर्वाह्न

I love you papa alot miss you god wapas kr do mere papa ko plss god

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Saroj Kumar दिसम्बर 12, 2019 - 10:44 अपराह्न

आप का कविता रुला देता है मुझे बहुत मिस karta हू उन्हें

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Raushan Kumar सितम्बर 10, 2019 - 4:32 अपराह्न

Bhut hi emotional baatein ki gai muje mere Papa bhut yaad aaye or aage bhi aate rhenge I miss u I love u

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Navrang Baroliya अगस्त 3, 2019 - 6:46 अपराह्न

मैं भले ही पापा आप की कुर्सी पर बैठ जाता हूं पर अनुभव के मामले में तो आपके घुटनों तक ही आता हूं आई मिस यू पापा????????

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Bharat prajapat जून 22, 2019 - 10:36 अपराह्न

I miss my dear father

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surya जून 17, 2019 - 9:21 अपराह्न

i miss you papa.

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Priti Singh जून 16, 2019 - 9:34 अपराह्न

बहुत ही हृदयस्पर्शी पंक्तियाँ हैं आँखों से आंसू बह गए और मुझे मेरे पिता जी बहुत याद आये।

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जुलाई 16, 2019 - 2:52 अपराह्न

धन्यवाद प्रीती सिंह जी…

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jitendar kumar मई 21, 2019 - 2:16 अपराह्न

right talk i also like dad thanks

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Kareem फ़रवरी 19, 2019 - 10:56 पूर्वाह्न

Koi aisee shary likhe Jo parivar ko log par bhi rahe jab apne chacha our buaa par ho our pita ko dakhall andaz kare our pita khud ko bhar jake rahene lage kirayedar par phir wo apna ghar kkhudka banale

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh फ़रवरी 19, 2019 - 12:52 अपराह्न

करीम भाई आपके दिए गए विचार पर हम काम करने का जरूर प्रयास करेंगे..धन्यवाद…

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Devendra Pandey जनवरी 13, 2019 - 12:48 अपराह्न

Pita ke hone ka Ahsas bhale na ho kintu Pita ke na hone ka ahsas bahu5 hota h bahut hi sundae rachaye h

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जनवरी 14, 2019 - 5:34 अपराह्न

धन्यवाद देवेन्द्र पाण्डेय जी…..

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Ganga vinod saran दिसम्बर 15, 2018 - 11:42 अपराह्न

बहुत खुश नसीब होते हो बो जिनके सर पर बाप का हाथ होता ह सब हसरते पूरी हो जाती ह जब बाप का साथ होता

I miss my father
I love him very much ????????????????

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Ashish kumar दिसम्बर 9, 2018 - 7:36 अपराह्न

दुनिया मे माता पिता से बढ़ कर कोई नही उनका प्यार मुझे याद आता आँख भर आता है
पापा आप मुझे यू छोड़ कर नही कर जाते आपके बिन में अधूरा हूँ

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Pavitra Lama अक्टूबर 22, 2018 - 10:57 अपराह्न

आकाश से भी ऊँचा पिता,
पिता के गुज़रने के बाद अहसास हुआ,
सागर से भी गहरा माँ की ममता,
माता से वियोग होने के बाद पता चला,
काश माता-पिता से दोबारा मिल पाती,
मैं आकाश और पाताल को जोड़ देती ।

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh अक्टूबर 24, 2018 - 10:42 पूर्वाह्न

बहुत बढ़िया Pavitra जी

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Mithlesh suman अगस्त 25, 2018 - 6:18 अपराह्न

आंखों से आंसू निकल आये

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ऋषभ भदानी जून 11, 2018 - 12:32 अपराह्न

दिल को छू लेने वाली काव्य रचना।

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जून 11, 2018 - 1:36 अपराह्न

धन्यवाद ऋषभ भदानी जी।

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आलोक विश्वास जून 8, 2018 - 12:40 अपराह्न

वाकाई गजब पापा की याद आ गयी

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जून 11, 2018 - 1:36 अपराह्न

धन्यवाद आलोक जी।

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RAJESH NAIKWADE जून 5, 2018 - 4:32 अपराह्न

nice

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जून 7, 2018 - 6:40 अपराह्न

धन्यवाद राजेश जी।

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विनय कुमार मई 19, 2018 - 9:54 पूर्वाह्न

सही कहा आपने, कविता कोई हलवा नहीं जो मुँह में रखते ही गटक जाए। इसके लिए पाठको को भी थोड़ा तपना पड़ता है।

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh मई 19, 2018 - 10:02 अपराह्न

विनय कुमार जी बिलकुल सही बात कही आपने। पाठकों के धैर्य और संयम के कारण ही हम भी आगे बढ़ पाते हैं। अगर एक कवि काव्य की रचना करता है तो एक पाठक उसकी रचना को सार्थक करता है। इसी तरह अपने अमूल्य विचार हम तक पहुंचाते रहें। धन्यवाद।

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विनय कुमार मई 19, 2018 - 9:51 पूर्वाह्न

आपकी कविताएं अच्छी लगी।

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ठाकुर सीमांत कुमार स्नेही अप्रैल 5, 2018 - 10:43 अपराह्न

एक बेहतरीन एवं दिल को छू लेने वाली रचना, वो भी साधारण से शब्दों में | साधुवाद इसके लिए |इससे ज्यादा कहने को मेरे पास शब्द ही नहीं है, भावनाएं समुद्र की उन्मत तरंगों की तरह उठ रही है पर उन्हें शब्दों में बयां करने के लिए शब्दों की कमी महसूस हो रही है |

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh अप्रैल 11, 2018 - 9:41 अपराह्न

ठाकुर सीमांत कुमार स्नेही जी पाठकों का यही प्यार है जो हमें लिखने की प्रेरणा देता है। आप बस इसी तरह हमारे साथ बने रहें ताकि हम आप के समक्ष ऐसी रचनाएँ लाते रहें। एक बार फिर आपका धन्यवाद।

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DASMAT MURMU मार्च 17, 2018 - 8:07 अपराह्न

आपकी कविता हमें पढ़ के बहुत ही अच्छा लगा। लेकिन आप इस कविता का अर्थ बताते तो और आसान हो जाता हमें समझने में।।

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh मार्च 21, 2018 - 7:40 अपराह्न

DASMAT MURMU जी पहली बात तो ये कि ये शायरी है और यदि आप कविता की बात कर रहे हैं तो उनके भावार्थ तो बच्चों की किताबों में ही अच्छे लगते हैं। यहाँ तो हम सीधा कविताओं के माध्यम से आप लोगों से जुड़ना चाहते हैं।

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