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वक़्त के अलग-अलग रंग होते हैं। कहते हैं वक़्त सबके लिए एक जैसा होता है। बस लोगों के हालात उनके वक़्त को दूसरों से अलग बना देते हैं। पर वक़्त बदलता है। कभी ये इन्सान के लिए बदलता है और कभी बस तारीख बदलने के लिए। ऐसा ही वक़्त होता है नए साल का। नए साल पर कुछ लोग जश्न मनाते हैं और कुछ लोगों के लिए बस दूसरे दिनों की तरह ही होता है। ऐसी ही कुछ भावनाओं को हमने नए साल के साथ मिला कर ये शायरी संग्रह ‘ साल बदलने पर शायरी ‘ तैयार किया है। आइये पढ़ते हैं :-
साल बदलने पर शायरी
1.
खुशियों से रोशन हो जीवन, स्वस्थ रहे तुम्हरा तन मन,
उत्साह भरा हो हर सवेरा, न हो कभी ग़मों का अँधेरा,
रहे बुराई दूर सदा, साथ रहे अच्छाई का पहरा,
नया साल ये लेकर आये, तुम्हारे लिए भाग्य सुनहरा।
2.
बीत रहा ये साल पुराना, बदल रहा हर पल ये जमाना,
भूल के सारे बुरे पलों को, खुशियों को तुम गले लगाना,
मिलेगी हर मंजिल तुमको पूरे हर ख्वाब तुम्हारे होंगे
बस बढ़ते समय के साथ तुम भी अपने कदम बढ़ाना।
3.
सूरज भी निकलेगा और रात भी होगी
अब तक जो होती थी हर वो बात भी होगी
बदलेगी तभी ये जिंदगी तुम्हारी
जब नये साल में नयी शुरुआत भी होगी।
4.
हर साल की तरह ये साल भी गुजर जायेगा
कोशिश करेगा जो मंजिल भी वही पायेगा
इतिहास में तारीख भी तभी दर्ज होगी जब
जब सफलता का तू परचम लहराएगा।
5.
कमी कभी न हो खुशियों की कष्ट न कोई जीवन में आये
हर पल ही खुशहाल रहे, जिंदगी भी ऐसा रंग दिखाए,
हालात कोई भी चलते हो, ये लब सदा ही मुस्कुराते जायें
नया साल कुछ ऐसा ही, अबकी बार संदेसा लाये।
6.
साल-दर-साल यूँ ही बीतते जा रहे हैं,
हम अब तक मंजिल पर पहुँचने का रास्ता बना रहे हैं,
कभी तो थमेगा कारवाँ कभी तो सफ़र ख़त्म होगा,
इस उम्मीद से हम हर साल एक नया कदम बढ़ा रहे हैं।
7.
उनसे कह दो कि नए साल की
मुबारक कबूल नहीं हमें,
कि बदला है साल मगर
हमारे हालात नहीं बदले।
8.
किसी को खुशियाँ किसी को यादें किसी को गम दे गया
किसी को दिए जख्म तो किसी को मरहम दे गया,
गुजरता साल भी किसी सांता क्लॉज़ से
कम न निकला यारों
किसी को रोक दिया जिंदगी की राहों पर
और किसी को बढ़ते कदम दे गया।
9.
रिश्ते बदल रहे हैं मौसम बदल रहा है
गुजरते साल का देखो सूरज भी ढल रहा है
हवाएं चल पड़ीं है आँधियों में बदलने को
उन्हीं के पीछे-पीछे सन्नाटा चल रहा है।
10.
निकल संघर्षों के समंदर से
सफलता के किनारों पर जाने का इरादा करो,
जितना भी प्रयास किया है अब तक
इस बार उससे कुछ ज्यादा करो
दिखा दो हुनर जो सबके सिर चढ़ बोले
इस साल इक नया इतिहास रचाने का
खुद से तुम वादा करो।
11.
सुखों की शुरुआत हो दुखों का हो खात्मा
पैरों के नीचे हो सारा ये आसमां
कमी ना आये कोई इस नए साल में तुम्हें
हर ओर से तृप्त करे भगवान् तुम्हारी आत्मा।
12.
ये साल गुजर गया जिंदगी की कशमकश में
अब देखें आगे क्या हाल होता है?
कैसा होता है हाल-ए-दिल
कैसा नया साल होता है?
13.
मौत की तरफ एक और कदम
मुकम्मल हो गया
लोग कहते हैं
नया साल मुबारक हो तुमको।
14.
हर रोज की तरह आज फिर यह शाम भी ढल जायेगी
रात होते ही हर ओर रौशनी जल जायेगी
कुछ भी नहीं बदलेगा सुबह नया सूरज निकलने से
हालात वही होंगे बस तारीख बदल जायेगी।
15.
मुस्कुराता रहे तुम्हारा चेहरा हरदम
कोई गम न तुम्हारे पास आये,
हर पल खुशनुमा हो तुम्हारी जिंदगी का
नया साल तुम्हें कुछ ऐसा रास आये।
16.
तुम्हारी आज की कोशिशों का एक सफल कल आयेगा
हट जायेंगी सारी समस्याएँ इनका भी एक हल आयेगा,
उड़ोगे तुम आसमानों में, ये दुनिया तुम्हारे क़दमों में होगी
नए साल में तुम्हारी जिंदगी में एक ऐसा भी पल आएगा।
17.
आने वाला हर साल एक नया दर्द लाता है
बीतते-बीतते पुराना हर बरस बीत जाता है
कोई उम्मीद नहीं है उसके लौट आने की
अब देखते हैं नया साल क्या गुल खिलाता है।
18.
हमारी जिंदगी की किताब में एक पन्ना जोड़ गया,
जाते-जाते हमारी तमाम उम्मीदों को तोड़ गया
किसी को क्या साथी बनायेंगे हम अपनी जिंदगी का
हमें तो हर बरस एक नया साल भी छोड़ गया।
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धन्यवाद।