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नदी पर छोटी कविता :- आगे बढ़ना ही जीवन है प्रेरणादायक कविता

by Sandeep Kumar Singh
2 minutes read

आगे बढ़ते रहने का ही नाम जीवन है। यूँ तो हमारे आस-पास कई ऐसी चीजें हैं जो हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते रहते हैं। मगर मैं यहाँ पर बात करने वाला हूँ नदी की। जी हाँ, नदी हमारे लिए एक बहुत ही बड़ी प्रेरणास्त्रोत है। इसी बात को हमें बताने की कोशिश की है नदी पर छोटी सी कविता में तो आइये पढ़ते है नदी से प्रेरित नदी पर छोटी कविता :-

नदी पर छोटी कवितानदी पर छोटी कविता

बूँद-बूँद संगृहीत कर अपना
वजूद ये बड़ा बनाती है,
आगे बढ़ना ही जीवन है
नदिया ये हमें सिखाती है।

जब चलना आरम्भ ये करती
अस्तित्व बहुत छोटा होता
राह भी दुर्गम होते हैं और
चलना भी दूभर होता,
हार न फिर भी मानती है
बस आगे बढती जाती है
आगे बढ़ना ही जीवन है
नदिया ये हमें सिखाती है।

राह में अगर रुकावट पड़ती
डट कर यह है उस से लड़ती
बह जाती यह खोद सुरंग
या पर्वत के ऊपर जा चढ़ती,
ताकतवर गर हो जो मुसीबत
तो हमें अपनी हिम्मत बढानी है
आगे बढ़ना ही जीवन है
नदिया ये हमें सिखाती है।

कैसे भी हों हालात धरा पर
ये निर्मल सी बहती है
हर पल बस ये कल-कल कर
मधुर संगीत सुनती रहती है,
मत संयम खोना जो कभी भी
विपदा कोई जो आती है
आगे बढ़ना ही जीवन है
नदिया ये हमें सिखाती है।

कितना भी लम्बा होता हो सफ़र
ये मगर कभी न थकती है
ऐसा कोई मोड़ नहीं है
यह जहाँ पर जाकर रूकती है,
अंत में जाकर सागर की
गोद में यह समाती है
आगे बढ़ना ही जीवन है
नदिया ये हमें सिखाती है।

जीवन है जब तक अपना
तब तक सफ़र ख़तम न होता है
मंजिल जिसको प्यारी होती
वो न कभी चैन से सोता है,
सागर से बन कर वाष्प ये नदिया
फिर इसी धरा पर आती है
आगे बढ़ना ही जीवन है
नदिया ये हमें सिखाती है।

पढ़िए :- सफलता पर प्रेरणादायक कविता

आशा करते हैं आपको नदी पर छोटी कविता जरूर पसंद आई होगी। इस कविता से सम्बंधित अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।

पढ़िए अप्रतिम ब्लॉग की ये प्रेरणादायक रचनाएं :-

धन्यवाद।

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10 comments

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rishvan मई 13, 2020 - 3:30 अपराह्न

thanks very much this, helped me in my project work

Reply
Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh मई 16, 2020 - 12:10 अपराह्न

It's our pleasure Rishvan

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Jeniffer फ़रवरी 3, 2020 - 5:34 अपराह्न

You are a great poet.

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अंजलि जनवरी 30, 2020 - 12:59 पूर्वाह्न

बहोत शानदार कविता है..
मेरा भी एक कविता जिसमे नदी के उदाहरण से जिंदगी में आगे बढ़ने की प्रेरणादायक और मोटिवेशन वाली बनाने की requst है मेरी..
example- नदी हु मै मेरी धरा कभी रूकती नही पहाड़ो का सीन चीर कर जब में बहोत उचाईयों से बहते हुये निकलती हूँ मै जो मैदानों में शांत सी ठहरी हूँ में एक छन के लिये अभी तो मंजिल तक जाना है नदी सी हु में मेरी धारा कभी रूकती नही…
अभी तो चट्टानों को चीरकर मंजिल तक जाना हे…
इस पर एक poetry जरूर बनाइएगा plzz..

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Shreyas जून 30, 2019 - 11:48 पूर्वाह्न

यह अच्छा कविता है।

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जुलाई 16, 2019 - 2:57 अपराह्न

धन्यवाद श्रेयस….

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malikram patel मार्च 29, 2019 - 1:43 अपराह्न

good poet very nice.

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh अप्रैल 2, 2019 - 1:23 पूर्वाह्न

Thanks Malikram Patel ji…

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sharad koparkar फ़रवरी 5, 2019 - 2:23 अपराह्न

सचमुच कया खुब लिखा है आपने…

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh फ़रवरी 7, 2019 - 7:57 अपराह्न

धन्यवाद Sharad Koparkar जी….

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