Home » हिंदी कविता संग्रह » रिश्तों पर कविताएँ » बेटे के जन्म पर कविता :- तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग | पुत्र जन्म पर कविता

बेटे के जन्म पर कविता :- तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग | पुत्र जन्म पर कविता

by Sandeep Kumar Singh
3 minutes read

घर में जब बेटे का जन्म होता है तो चारों और ख़ुशी का माहौल छा जाता है। उसकी किलकारी किसी संगीत से कम नहीं होती। सुनसान से रहने वाले घर में उसकी आवाज एक ऐसी जान दाल देती है जैसे प्यासी धरती पर पानी  बरसता है। क्या होती है हैं एक पिता की भावनाएं जब उसके घर में बेटा जन्म लेता है आइये जानते हैं इस बेटे के जन्म पर कविता में :-

बेटे के जन्म पर कविता

बेटे के जन्म पर कविता

रिश्तों की ये बगिया
तेरी खुशबू से महकाई है,
तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग
इस घर में खुशियाँ आई हैं।

कब से कर रखी थी तेरे
आने की तैयारी
घर के सूनेपन में गूंजी
आज तेरी किलकारी,
पाकर तुझको लगा आज
मैंने सारी दुनिया पाई है
तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग
इस घर में खुशियाँ आई हैं।

तेरे साथ है लौटा बचपन
लौटा बचपन का इक-इक पल
आज दिखाई देता मुझको
मेरा वो बीता हुआ कल,
सब कुछ लगता सपना
झूठी लगती ये सच्चाई है
तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग
इस घर में खुशियाँ आई हैं।

प्यारी सबको लगती है
तेरे होठों की मुस्कान
आते ही बन बैठा है तू
सब घर वालों की जान,
तू ही लगता अपना
सारी दुनिया लगती परायी है
तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग
इस घर में खुशियाँ आई हैं।

यही दुआ निकले दिल से
रोशन तू मेरा नाम करे
शान बढ़े जिससे मेरी
तू ऐसे अच्छे काम करे,
तुझे लेकर मैंने अपनी इक
अलग ही दुनिया सजाई है
तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग
इस घर में खुशियाँ आई हैं।

रिश्तों की ये बगिया
तेरी खुशबू से महकाई है,
तेरे नन्हे-नन्हे क़दमों संग
इस घर में खुशियाँ आई हैं।

“बेटे के जन्म पर कविता” आपको कैसी लगी ? अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से अवश्य बताएं।

पढ़िए अप्रतिम ब्लॉग की यह बेहतरीन रचनाएं :- 

धन्यवाद।

आपके लिए खास:

Leave a Comment

* By using this form you agree with the storage and handling of your data by this website.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.