सूचना: दूसरे ब्लॉगर, Youtube चैनल और फेसबुक पेज वाले, कृपया बिना अनुमति हमारी रचनाएँ चोरी ना करे। हम कॉपीराइट क्लेम कर सकते है
जैसा की आप सब जानते हैं कि विजयादशमी क्यों मनाई जाती है। जी हाँ, इस दिन राम जी ने रावण का संहार किया था। भगवान् राम को कौन नहीं जनता? सारा जग उनकी महिमा का गुणगान करता है। पर शायद ही कोई उस युद्ध में मारे गए रावण के और उसके परिवार के बारे में जनता हो। अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं। हम आपके लिए लायें हैं रावण के परिवार की जानकारी लेख ‘ रावण का परिवार ‘ में :-
रावण का परिवार
रावण के नाम और उनके अर्थ
रावण के जन्म के समय उसके दस सिर थे इस कारण उसका नाम दशानन या दशग्रीव रखा गया था। जिसमें ‘ दश ‘ का अर्थ दस और ‘ आनन ‘ का अर्थ मुख है। लंका का राजा होने के कारण उसे लंकापति या लंकेश भी कहा जाता है। सबसे प्रसिद्द नाम रावण का अर्थ है दूसरों को रुलाने वाला या गर्जन। यह नाम भगवान् शंकर ने उन्हें दिया था।
पढ़िए :- ऋषि मार्कण्डेय जी की कहानी
रावण का जन्म स्थान
ऐसा माना जाता है की गौतम बुद्ध नगर जिले के अन्दर बिसरख नाम के गाँव में रावण का जन्म हुआ था। ऐसा भी माना जाता है की इस गाँव का नाम रावण के पिता विश्रवा के नाम पर पड़ा है। पहले इस गाँव का नाम विश्रवा ही था मगर समय के बदलते इसका नाम बदलकर बिसरख हो गया। यहाँ पर एक शिवलिंग है जिसकी रावण और उसके पिता विश्रवा पूजा किया करते थे। ये स्वयंभू शिवलिंग 100 साल पहले ही धरती से निकल गया। यह अष्टकोण के आकार में है।
यहाँ दशहरा नहीं मनाया जाता है। दशहरे के दिन यहाँ रावण की मृत्यु का मातम मनाया जाता है। रावण को समर्पित एक मंदिर यहाँ बनाया जा रहा है। जिसकी लागत 2 करोड़ रुपये है। इसमें 42 फुट लम्बा शिवलिंग होगा और 5..5 फुट का रावण का चित्र लगाया जाएगा।
Ravan Ke Pita Ka Naam
रावण के पिता का नाम
विश्रवा :- विश्र्वा महान ऋषि पुलस्त्य के पुत्र थे। विश्र्वा का अर्थ है वेद ध्वनि सुनने वाला। उनकी दो पत्नियां थीं। एक का नाम देववर्णिनी था और एक का नाम कैकसी था।
Ravan Ki Mata Ka Naam
रावण की माता का नाम
रावण की माता का नाम कैकसी था। कैकसी एक राक्षसी थी। कैकसी को केशिनी और निकषा के नाम से भी जानी जाती है। वह विश्रवा मुनि की दूसरी पत्नी थीं। कैकसी ने रावण जैसा पुत्र प्राप्त करने के लिए ही विश्रवा मुनि से विवाह किया था ताकि वो देवताओं को हरा कर राक्षस वंश को बढ़ा सके।
रावण के दादा और दादी का नाम
रावण के दादा ब्रह्मा के पुत्र महर्षि पुलस्त्य थे और दादी का नाम हविर्भुवा था।
Ravan Ke Nana Aur Nani Ka Naam
रावण की नाना और नानी का नाम
रावण के नाना का नाम सुमाली और नानी का नाम केतुमती था।
पढ़िए :- नानी की तारीफ़ सुनाती एक बेहतरीन कविता
रावण के भाइयों और बहनों के नाम
रावण के भाई कुम्भकर्ण, विभीषण थे। खर और दूषण रावण के मौसी के पुत्र थे। रावण का एक सौतेला भाई कुबेर भी था। जो रावण की सौतेली माँ देववर्णिनी के पुत्र थे। उसकी दो बहनें भी थी जिनका नाम शूर्पणखा और कुम्भिनी था।
रावण की पत्नियों के नाम
मंदोदरी असुरों के राजा मायासुर और उसकी पत्नी अप्सरा हेमा की पुत्री थी। मंदोदरी के इलावा उसकी एक पत्नी ध्न्यमालिनी भी थी।
रावण के पुत्रों के नाम
ये सब पढ़ कर रावण के कितने पुत्र थे ये सवाल तो अपने आप मन में आ जात्रा है तो आइये जानते हैं रावण के पुत्रों के बारे में :- रावण के त्रिशिरा, इन्द्रजीत और अक्षयकुमार पुत्र हुए हैं। मेघनाद ही इन्द्रजीत था। उसका ये नाम इंद्र को युद्ध में जीत लेने के कारण पड़ा। अतिकाय उसकी दूसरी पत्नी ध्न्यमालिनी का पुत्र था।
रावण का निवास स्थान
लंकापुरी, जोकि विश्वकर्मा जी ने राक्षसों के लिए बनायीं थी। विष्णु जी के डर से सारे राक्षस वह लंका छोड़ के चले गए। बाद में विश्र्वा जी ने कुबेर जी को दे दी। बाद में रावण ने कुबेर से यह लंका छीन ली और कुबेर को वहां से निकाल दिया। बाद में रावण ने इस पास अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया।
पढ़िए क्यों हुआ रावण का जन्म – रावण के पूर्वजन्मों का इतिहास और जानिए रावण से जुड़ी हर जानकारी और रावण के संपूर्ण इतिहास के बारे में।
ये था रावण का परिवार । हम आशा करते हैं कि आपको यह रचना अवश्य पसंद आई होगी। अपने बहुमूल्य विचार कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें।
पढ़िए अप्रतिम ब्लॉग पर इन पौराणिक पात्रों का जीवन परिचय :-
- सूर्पनखा का जीवन परिचय | शूर्पणखा की कहानी | Surpanakha Story In Hindi
- युयुत्सु कौन था | युयुत्सु का परिचय | Yuyutsu In Mahabharat In Hindi
- विदुर कौन थे ? धर्मराज को मिले श्राप की रोचक कहानी | विदुर जी की कथा
- आज दशहरा में रावण का दहन क्यों नहीं करना चाहिए
धन्यवाद।
63 comments
Bagwan h too aagrejo ke gulam koy bane tab bagwan kha jak mara rha taa jab mugal aaye. Tab bagwan kha mara rha taa ye batao ye sab kalpnik logo ko chutiya banana band karo ase danda h murko ko samaj nhi aayegi jab tum bimar ho lag jaye too hospital mat jao mandir jao tik ho jayega h na murko
श्रीराम तथा रावण के पारिवारिक मूल्यों में अंतर श्रीरामचरितमानस में उदाहरण सहित kripya aap meri esme kuch sahayta kr sakte h
jab ram aur ravan ki yudh hua to usme narantak aur kalnemi bhi ye sb kon the
रावण को राक्षस कुल का कहा जायेगा या व्राह्मण कुल का
कुल पिता से होता है तो रावन को ब्राह्मण ही माना जाएगा मेरे हिसाब से…
SIR kuber kiska putra tha rambha ka ya hema ka spast kre
Sir is article me kuber ki maa a naam diya gya hai. Please Read it carefully.
Nice
सब भगवान की माया है जो चाहे कर सकता है
Kuber ,ravan ka shautela bhai tha ye kis granth men likha hai ? Shautela bhai tha ya chachera bhai tha batane ki kripa prdan ki jay.book ka naam bhi bataben..
वाल्मीकि कृत रामायण पढ़िए उसमें सब लिखा है।
Kiyo nhi rawn ke putal jalna chaye
संदीप जी आप ने ऋषि विश्रवा की एक पत्नी का नाम देववर्णिनी बताया है जब कि कही कहीं पुण्योतकटा बताया जाता है ।क्या ये दोनों नाम एक ही स्त्री के थे? वैसे आपकी बाकी जानकारी अत्यंत रोचक व तथ्यपूर्ण है।????.
Brahamaji ka vansh prajapati tha….aur ravan braman tha….ye kya confusion hai ??????
Aur ha ye bhi ki braham ji prajapati hai…ye koy cast ke liye hai ya sirf nunko diya gya sanman hai…????
Very nice story thanks alot bhaiya mere is story ke karan third prize aya story writing competition me so thanku very much
संदीप जी यह तो लगभग सभी लोग जानते थे कि शूर्पणखा रावण की बहन थी, परन्तु आपने हमें यह नयी जानकारी दी कि
कुम्भिणी भी रावण की दूसरी बहन थी। इसके अलावे आप ने
ओर बहुत सी नयी नयी जानकारियों से अवगत कराया ईसके
लिये बहुत बहुत धन्यावाद जी। शिवबालक राय पटना बिहार।
आपने गलत बताया।
लंका विश्वक्रमा जी ने पारवती के हठ बाद महादिव जी के कहने पर बनाई थी।
आदरणीय भवानी जी, हमें यह जानकारी शिव पुराण से नहीं अपितु वाल्मीकि कृत रामायण से ली है। यदि आपके पास पर्याप्त समय हो तो कृपया उत्तर काण्ड के ग्यारहवें सर्ग के श्लोक संख्या 28 से आगे के सारे श्लोक अर्थ सहित जरूर पढ़ें। अगर फिर भी आपको यह जानकारी गलत लगे तो हमें जरूर सूचित करें। धन्यवाद।
Bahut sunder hai ye….thik h!!!
धन्यावाद
रावण के नातीओ के नाम बताएं
सर जी
Veenesh जी अगर हमें इस बारे में कोई भी जानकारी मिलती है तो उसे अपने पाठकों के साथ जरूर साझा करेंगे….
Sandeep. Ji mja aa gya bahut kuch sikhne ke liye mila Thanks Sandeep. Ji
Comment Text * ravan ka bachpan ka naam kya tha
दशग्रीव..
Bhai sahb ravan K पित्ता जी का नाम किस पुस्तक मे लिखा हुआ ह क्या आप हमे बतायेगे
जी बिलकुल महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण पढ़िए आपको मिल जाएगा नाम हमने भी वहीं से देखा है….
बहुत बहुत धन्यवाद जी.दो दिन पहले ही रावण के दादा के बारे पता करना था.सो आपके ब्लॉग से यह जानकारी हुई.
आपने लिखा कि रावण जे जन्म के समय 10 सिर थे
ओर हमारे ज्ञान के हिसाब से रावण को ब्रह्मा जी की तपस्या से वरदान में10 सिर मिले तो जन्म के कैसे हुवे
जी ये जानकारी रामायण से ली गयी है। आशा करते हैं आप भी पढ़ लेंगे।
बहुत बहुत धन्यवाद , और जानकारी पाकर अति प्रसन्नता हुई
भट्ट जी आपको प्रणाम करते हैं , संदीप कुमार सिंह जी
अहिरावण रावण का भाई था या मित्र कोई बताता है मित्र था आप बता रहे है भाई था सही क्या है
राज जी वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के अनुसार अहिरावण रावण का भाई था।
very good information….
धन्यवाद रवि जी।
वाह मजेदार यहां सब कुछ। ज्ञान वर्धक है।
धन्यवाद संजय जी।
Hame bhi rawan k bare me janker achchha laga thanks
भाई favreat हे अपना Ravan ।।।।
बताने के लिए tnxx
Blog par aane ke liye Aapka bhi dhanywad Balveer Sain ji….
Sandeep Singh ji, aapki rachna wakai behad rochak tathyon se bharpur hai. Aur sath hi aapane jo citation diya hai isse yakin bhi karna aasan ho jata hai.
Haan, apne jo dusron ke dwara copy kar lene ki bat kahi hai to mai aapse ek request karna chahunga ki aap kripya apne website ko copyright karwa lijiye.
Namaskar.
Dhanyawad Rudra ji…Copyright to blog ka hota hi hai sir hume ye nhi pta chal pata ki chori kisne ki hai. .
बहुत अच्छी जानकारी है। इस तरह की जानकारी हमे होना ही चाहिए। अवध्य ही पाठकों को लाभ मिलेगा।
Thank you
Sandip ji jankari to aapne achhi di lekin ravan ki maa kekshi kish jati ki thi ye to aapne bataya hi nahi pls ye batane ka kast kare
सुरेश प्रसाद जी इसके लिए आप हमारे ब्लॉग पर रावण का इतिहास पढ़ें। उसमे सम्पूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया गया है।
रावण की पुत्री का कोई भी वर्णन नहीं है जी हम जाना चाहते हैं कि रावण की पुत्री भी थी कि नहीं
मेरे ज्ञान के अनुसार रावण की कोई पुत्री नहीं थी। इसके अलावा सबके अपने-अपने तथ्य हैं।
रावण के बारे में जानकारी दी इसके लिए आपका धन्यवाद
Very nice
Thanks Sagar Gurjar ji.
Mja Aa gya कुछ भी नहीं pta tha mujhe
अभी अहिरवार जी इसीलिए तो हम यहाँ हैं कि आपको रोचक जानकारियां दे सकें।
बहुत बहुत dhanyabad very nice thanks
bahut bahut dhanybad sandeep JI grantho ka jankari dene ke liye
Ritesh pathak ji ye to hamari jimmewari hai…. Aap isi tarah humare sath bane rahe dhanyawad.
very happy ravan ji ke bare me jankari dene ki
हमें भी अच्छा लगा कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी। अधिक जानकारी ले लिए इसी तरह हमारे साथ बने रहें। धन्यवाद।
thanks g Ravan g ke baare main jaankaari deyne ke liye
आपका भी बहुत बहुत धन्यवाद सोनी जी पढ़ने के लिए। ☺
बहुत अच्छी जानकारी रावण के बारे मे जो अब तक मालुम नहीं थीं |
धन्यवाद रेनू सिंघल जी।
इसमे कुछ गलत भी बताया गया है ।