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पुस्तक पर कविता :- हर पुस्तक कहती है हमसे | Pustak Par Kavita

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यह पुस्तक पर कविता पुस्तकों के महत्व को बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत करती है। इसमें बताया गया है कि हर पुस्तक जीवन की कहानियाँ समेटे हुए होती है। पुस्तकें हमें ज्ञान, अनुभव और अनमोल शिक्षाएँ देती हैं। कभी यह दादी-नानी की कहानियों जैसी लगती हैं तो कभी इसमें परियाँ, राजा-रानी और रोमांच की दुनिया मिलती है। पुस्तकें हमें अतीत से जोड़ती हैं और भविष्य के लिए प्रेरित करती हैं। इनके पन्नों में अनजाने तथ्य और अद्भुत बातें छिपी रहती हैं, जिन्हें पढ़कर आश्चर्य होता है। सचमुच, पुस्तकें शिक्षा के साथ-साथ खुशियों की भी सच्ची दानी हैं। आइए पढ़ते हैं कविता :-

पुस्तक पर कविता

पुस्तक पर कविता

हर पुस्तक कहती है हमसे
जीवन की ही एक कहानी,
पुस्तक में भंडार ज्ञान का
नहीं जगत में इसका सानी।

जान पुस्तकों से हम पाते
बीती बातें कई पुरानी,
पुस्तक के शब्दों में रहती
तरह-तरह की सीख सुहानी।

पुस्तक हमसे करती बातें
कभी-कभी बन दादी – नानी,
इसमें हमको परियाँ मिलती
मिलते इसमें राजा – रानी।

पुस्तक हमको बतलाती है
दुनिया की बातें अनजानी,
जिन्हें जानकर सचमुच में ही
होती है हमको हैरानी।

तरह-तरह की कई पुस्तकें
जिसने भी पढ़ने की ठानी,
नहीं उसे पड़ती जीवन में
कभी किसी से मुँह की खानी।

शिक्षा के ही साथ पुस्तकें
होती हैं खुशियों की दानी,
पुस्तक पढ़कर हमको बच्चो !
जग में है पहचान बनानी।

इस कविता का वीडियो यहाँ देखिए :-

पढ़िए पुस्तक से संबंधित यह बेहतरीन रचनाएं :-

दोस्तों, आपको यह पुस्तक पर कविता कैसी लगी? क्या आप भी मानते हैं कि किताबें हमारे जीवन की सबसे बड़ी शिक्षक और साथी होती हैं? अपनी राय हमें कमेंट में ज़रूर बताइए। आपकी सोच और सुझाव हमें और बेहतर लिखने की प्रेरणा देंगे।

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