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नया साल संकल्प कविता :- यही नया संकल्प करें | नए साल की कविता


नए साल के अवसर पर सबके मन में एक अलग ही उल्लास रहता है। सब लोग इसे अपने ढंग से मनाते हैं। नए साल पर संकल्प लेने की भी एक अनूठी प्रथा है। सब लोग अपने जीवन को अच्छा बनाने के लिए कोई न कोई संकल्प करते हैं और उसका निर्वाह करते हैं। उसी संकल्प को विषय बना कर लिखी गयी कविता प्रस्तुत है “ नया साल संकल्प कविता “ :-

नया साल संकल्प कविता

नया साल संकल्प कविता

देखो सब हँसते हँसते
नया साल है अब आया
आने से मन में सबके
नव उल्लास है छाया,
शुभकामनाओं सहित हम
दिल में सबके प्यार भरें
नये साल की वेला पर
यही नया संकल्प करें।

नई सोच अपना कर हम
बस मंज़िल की ओर बढ़ें
जात-पात का भेद नहीं
मानवता हित रहें खड़े,
सत्कर्म का पढ़ पाठ हम
सदा पाप से दूर रहें
नये साल की वेला पर
यही नया संकल्प करें।

निर्बल जन को सबल बना
उनका हम उद्धार करें।
हिंसा त्याग सभी का हम
सच्चे मन सत्कार करें।
मन में कोई लोभ नहीं
भौतिकता से मुक्त रहें
नये साल की वेला पर
यही नया संकल्प करें।

नफरतों को मिटा दिल से
खुद में प्रेमभाव जगायें
तमस मिटा अंतर्मन का
प्रेम का दीपक जलायें,
न्याय की राह चलकर सब
अन्याय करने से बचें
नये साल की वेला पर
यही नया संकल्प करें।

भटक रहे हैं जग में जो
उनमें नई सोच लायें
सुखी रहें आपस में सब
मानवता फिर सिखलाये,
धर्मों में भेद न कोई
बस एकता का रंग भरें
नये साल की वेला पर
यही नया संकल्प करें।

नारियों का सम्मान कर
समाज में कुशल बनायें
भ्रष्टाचार को खत्म कर
देशहित के काम आयें,
कृषि को प्रोत्साहित कर फिर
कृषकों का भी ध्यान रखें
नये साल की वेला पर
यही नया संकल्प करें।

इक छोटा सा प्रयत्न कर
अशिक्षा जड़ से खत्म करें
खुशियां दे जनमानस को
नई सोच सभी में भरें,
खुद में कुछ हिम्मत करके
बुराइयों से बचे रहें
नये साल की वेला पर
यही नया संकल्प करें।

पढ़िए :- नया साल और नया संकल्प कितना सही और कितना गलत 


harish chamoliमेरा नाम हरीश चमोली है और मैं उत्तराखंड के टेहरी गढ़वाल जिले का रहें वाला एक छोटा सा कवि ह्रदयी व्यक्ति हूँ। बचपन से ही मुझे लिखने का शौक है और मैं अपनी सकारात्मक सोच से देश, समाज और हिंदी के लिए कुछ करना चाहता हूँ। जीवन के किसी पड़ाव पर कभी किसी मंच पर बोलने का मौका मिले तो ये मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी।

‘ नया साल संकल्प कविता ‘ के बारे में कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। जिससे लेखक का हौसला और सम्मान बढ़ाया जा सके और हमें उनकी और रचनाएँ पढने का मौका मिले।

धन्यवाद।

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