Home » कहानियाँ » इच्छा शक्ति पर कहानी :- आनंदमयी जीवन जीने की प्रेरणा देती कहानी

इच्छा शक्ति पर कहानी :- आनंदमयी जीवन जीने की प्रेरणा देती कहानी

by Sandeep Kumar Singh
4 minutes read

आप पढ़ रहे हैं इच्छा शक्ति पर कहानी :-

इच्छा शक्ति पर कहानी

इच्छा शक्ति पर कहानी

एक श्रेष्ठ पर्वतारोही के पास कुछ युवा पर्वतारोहण का कोर्स कर रहे थे। कोर्स अपने अंतिम पड़ाव में था। सभी छोटे-छोटे पहाड़ों पर चढ़ाई करना और अपनी सुरक्षा करना सीख चुके थे।

तभी एक दिन उनके अध्यापक ने कहा कि, “ अब आप लोगों की एक स्पेशल क्लास बची है बस। यह क्लास हमारे कोर्स का हिस्सा नहीं है। ये क्लास कुछ चुनिन्दा लोगों को दी जाएगी। उस के लिए आप सबको एक आखिरी बार एक पर्वत पर चढ़ना होगा। उसी के आधार पर आपका रिजल्ट तैयार होगा।“

दिन निश्चित किया गया और सभी विद्यार्थी उस पर्वत के पास पहुँच गए। मगर उनके अध्यापक तो अभी तक आये ही नहीं थे। उन्हें वहां एक दूसरा व्यक्ति मिला जिसने उन्हें बताया कि उनके अध्यापक देरी से आएँगे। वो लोग पर्वत पर चढ़ाई शुरू करें।

यह पर्वत काफी बड़ा था और इसका रास्ता भी बहुत मुश्किल था। सब अपना सिर ऊपर की और उठाये ऊपर चढ़ते जा रहे थे। लेकिन पर्वत का शिखर आने की बजाय वो पर्वत और बड़ा होता चला जा रहा था।

जो कुछ उन्होंने ने अभी तक सीखा था वह सब इस चढ़ाई में उनके काम आ रहा था। उनका अध्यापक भी एक विद्यार्थी बन कर उनके साथ पर्वत की चढ़ाई कर रहे थे। लेकिन यह बात कोई और नहीं जानता था। वह सबको ध्यान से देख रहे थे।

कुछ घंटों की थका देने वाली चढ़ाई के बाद उन्होंने देखा कि उनमें से कई विद्यार्थी अभी बची हुयी चढ़ाई को देख कर मायूस हो रहे थे और उनकी आगे बढ़ने की इच्छा शक्ति समाप्त हो रही थी कि उन्हें अभी और चढ़ाई करनी पड़ेगी। वहीं कुछ विद्यार्थी ऐसे थे जिनकी इच्छा शक्ति अभी भी मजबूत थी और वो उत्सुक हो रहे थे कि उन्हें मौका मिला है उस ऊंचाई पर जाने का जहाँ वो अभी तक नहीं गए।

ये वही बच्चे थे जिन्हें स्पेशल क्लास के लिए उनके अध्यापक द्वारा चुना गया। आने वाले समय में वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पर्वतारोही बने। और जो उस ऊंचाई को देख कर मायूस हो रहे थे वो आज तक कुछ न कर सके।

तो दोस्तों यही हाल हमारे बीच रह रहे कुछ लोगों का भी होता है। जिनकी इच्छा शक्ति या तो है नहीं या फिर मर चुकी होती है। वो कुछ काम तो करते हैं लेकिन दिल से नहीं करते और सारी जिंदगी बस उसी काम में फंसे रहते हैं। अपने काम को कोसते रहते हैं।

सफल लोग अपने काम की कद्र करते हैं। उनकी इच्छा शक्ति सदैव मजबूत रहती है। वो अपने काम में कुछ नया देख कर उसे समस्या नहीं समझ्रते बल्कि उसे एक मौका समझते हैं कुछ नया सीखने का।

तो अगर आप भी जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं तो अपनी इच्छा शक्ति मजबूत करें। अपने काम से शिकायत न करें। जीवन में जिज्ञासा लायें और जीवन आनंदमयी बनायें। तभी आप एक सफल इन्सान बन पाएंगे।

” इच्छा शक्ति पर कहानी ” आपको कैसी लगी? अपने विचार कमेंट बॉक्स के जरिये हम तक अवश्य पहुंचाएं।

पढ़िए अप्रतिम ब्लॉग की ये बेहतरीन रचनाएं :-

धन्यवाद।

आपके लिए खास:

Leave a Comment

* By using this form you agree with the storage and handling of your data by this website.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.