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हनुमान जी पर दोहे – प्रस्तुत है हनुमान जी को समर्पित दोहा संग्रह :-
हनुमान जी पर दोहे
1.
कभी भी अपने भक्त को, करते नहीं निराश।
पवन तनय करते सभी, विपदाओं का नाश।।
2.
कार्य सफल होते सभी, करें जो उनका ध्यान।
साथ कभी न छोड़ते, रामभक्त हनुमान।।
3.
हमको आंख दिखा सके, किसकी है औकात।
संग रहें हनुमान जी, दिन हो या फिर रात।।
4.
अर्पण खुद को कर दिया, हनुमत तेरे द्वार।
तुम ही अब माता -पिता, तुम ही अब सरकार।।
5.
रामभक्त कितने बड़े, मांगा गया प्रमाण।
छाती फाड़ दिखा दिए, हृदय बसे हैं प्राण।।
6.
कष्ट सदा हरते सभी, देते हैं आशीष।
वायु पुत्र कोई कहे, कोई कहे कपीश।।
7.
करते रक्षा भक्त की, जब भी आता कष्ट।
कैसा भी दुख हो सभी, हनुमत करते नष्ट।।
8.
उसका कुछ न बिगाड़ते, मानव, निसिचर, भूत।
संग रहें जिसके सदा, स्वयं राम के दूत।।
9.
पूर्ण हुई मनोकामना, रही न कोई चाह।
रामभक्त हनुमान ने, सुगम किए सब राह।।
10.
राह न कोई सूझती, आया तेरे द्वार।
करो कृपा हनुमान जी, हो मेरा उद्धार।।
11.
जिसने शीश झुका दिया, पवन तनय के द्वार।
जीवन के रणक्षेत्र में, कभी न पाता हार।।
– संदीप कुमार सिंह
हनुमान जी पर दोहा संग्रह का वीडियो यहाँ देखें :-
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धन्यवाद।
1 comment
Hanuman ji ke upar se achhe vichar dijiye